झगड़े के बाद कुल्हाड़ी मारकर बीवी की हत्या: बच्चे ने मां को बचाने की कोशिश की, बेहोश समझकर रातभर जगाने में लगा रहा
कांकेर जिले के धुर नक्सल प्रभावित ताड़ोकी थाना क्षेत्र में शराबी पति ने मामूली बात पर अपनी पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। बकरी चराने को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। 13 साल के बेटे ने मां को बचाने की कोशिश की, लेकिन बचा नहीं सका। पुलिस ने आरोपी पति को को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना मलमेटा गांव की है। पुलिस ने बताया कि 15 मार्च की सुबह रनाय बाई कुमेटी (30 वर्ष) महुआ बीनने और लकड़ी लेने खेत की तरफ गई हुई थी। हर दिन वो बकरियां भी चराने लेकर जाती थी, लेकिन उस दिन वो बकरी लेकर चराने के लिए नहीं गई थी। उसी दिन शाम को करीब साढ़े 4 बजे उसका पति सूद राय कुमेटी (36 वर्ष) शराब के नशे में धुत होकर खेत में पहुंचा और बकरी चराने नहीं ले जाने को लेकर पत्नी से विवाद करने लगा।
जब दोनों के बीच वाद-विवाद होने लगा, तो शराबी पति ने गुस्से में आकर अपनी पत्नी के सिर और गले पर अपने पास रखी कुल्हाड़ी के पिछले हिस्से से जानलेवा हमला कर दिया। अंदरूनी चोट लगने के कारण पत्नी की मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी पति मौके से फरार हो गया।
इधर खेत में मौजूद 13 साल के बेटे ने पिता से अपनी मां को बचाने की कोशिश की, लेकिन पिता के सिर पर खून सवार देखकर कुछ नहीं कर सका। जब आरोपी मौके से भाग गया, तब बेटे ने मां को बेहोश जानकर उसे पानी पिलाने की कोशिश की। महिला के शरीर से खून नहीं निकला था, इसलिए बेटे ने सोचा कि मां केवल बेहोश है। उस दिन उसने घटना की जानकारी किसी को नहीं दी और रातभर अपने तरीके से मां को जगाने की कोशिश करता रहा।
16 मार्च गुरुवार को भी जब मां नहीं उठी, तो बेटा अपने मामा मंगूराम के पास गया और घटना की जानकारी दी। मौके पर मामा पहुंचा और बहन को मृत पड़ा देख पुलिस को घटना की सूचना दी। नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण पुलिस पूरे दल-बल के साथ मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा करवाकर पोस्टमॉर्टम लिए भिजवाया। 16 मार्च को शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर उसे अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया। शुक्रवार 17 मार्च को आरोपी पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज किया गया है।